इश्क भी है और बेपरवाह भी हूँ, सुकून भी है और तबाह भी हूँ, बड़ी तबियत से क़त्ल हुआ मेरे इश्क़ का, मैं मुज़रिम भी हूँ और गवाह भी हूँ। Ishq bhi hai aur bepa…
Read morePic credit unsplash सभी सनातनियों को शारदीय नवरात्र की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई। माता रानी की कृपा बनी रहे। सही शब्द क्या है? नवरात्र या नवरात्र…
Read moreना वो हमसे वफ़ा निभा पाए, ना हम उनसे ख़फ़ा हो पाए, बस दोनों एक दूसरे के लिए, ............बेवफ़ा कहलाए। Na woh humse wafa nibha paye, Na hum unse khafa h…
Read moreमैं शब्द नहीं जज्बात लिख रहा हूँ उस दौर में गुजरी वो हालात लिख रहा हूँ। सावन भादो कोई भी मौसम हर मौसम की सौगात लिख रहा हूँ तेरे दुख की बदली में जो बर…
Read moreकल साँसों को फ़िक्र हो रही थी तुम्हारी आज धड़कनों ने ये पैगाम भेजा है शहर से मुझे हमेशा शिकायत रही है गाँव से माँ ने इस बार आम भेजा है ©नीतिश त…
Read morePic credit: unsplash उसे मेरे वादे पर उतना ही यकीन था, गाँव में मेरे नाम जितना जमीन था, वो लड़की खुद को शहज़ादी कहती थी, पर उसका गुरुर एक धागे जितना…
Read morePic credit: unsplash Two liners hindi poetry and shayari by nitish tiwary. और फिर कोई मुसाफ़िर हो चला, और फिर किसी की ख्वाहिशें अधूरी रह गईं। Aur p…
Read moreImage credit: pexels Mujhe Mere Mehboob Ki Tasveer Dekhni hai | मुझे मेरे महबूब की तस्वीर देखनी है। उसी दौर का ये ख़्वाब था जब मेरे नसीब में लिखा त…
Read moreएक दोस्त के पिताजी सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त हुए हैं तो मैंने उनके अनुरोध पर ये कविता लिखी। अलविदा नहीं कहूँगा। समय की कोठरी में एक युग खत्म हो जा…
Read moreवो सुकून है मेरा मैं उसका साथी हूँ वो दिया है मेरा मैं उसका बाती हूँ मैं जलता हूँ तो वो रौशन होती है मेरी हर खुशियों में वो रोज शामिल होती है। ©नीतिश…
Read moreपुरुष के प्रताड़ना की बातें कभी नहीं होती क्योंकि उसे मिला दर्द भावनात्मक ज्यादा होता है। ऐ पुरुष तुम लिखना अपना भाग्य और तुम बनना इतना मजबूत कि अप…
Read moreमन व्याकुल है, मन चंचल है, दिल की सुनता नहीं यह कैसा छल है? जीवन के इस कठिन डगर में मन को कहाँ चैन मिल पता है रातों को वो जगता है दिन भर भ…
Read moreसब कुछ झूठ है तो फिर सच क्या है? तेरा मिलना तेरा बिछड़ना मेरा तड़पना या मेरा बिखरना खुशी तुम हो तो फिर दर्द क्या है तेरी जुदाई तेरी बेवफ़ाई मेरी तन्हाई …
Read moreTwo line shayari by Nitish Tiwary. हाँ, उसकी वही आदत अब भी बरकरार है, मुझे मुस्कुराकर देखना, फिर किसी और का हो जाना। Haan uski wahi aadat ab bhi b…
Read moreवो एक दौर का सिलसिला था, जहाँ मुझे सब कुछ तो मिला था, तमाम कोशिशों के बाद भी तू मेरा हो ना पाया, बस एक इसी बात का मुझे गिला था। Woh ek daur ka silsil…
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