Pic credit: Unsplash अपने दर्द का सौदा करना चाहता हूँ, अपने ग़म का और मुनाफ़ा चाहता हूँ, मेरे जज्बातों का वजन बहुत ज्यादा है, अपने हालात पर थोड़ा …
Read moreअपने मन का करने लगा हूँ मैं, इसलिए तन्हा रहने लगा हूँ मैं। वो कहता है कि मैं आवारा हूँ, कमरे से भी नहीं निकला हूँ मैं। Apne man ka karne laga hoon ma…
Read moreतुम मेरी तारीफ़ के लिए अल्फ़ाज़ ढूँढते हो, तुमने मेरे जज्बात को कभी पढ़ा ही नहीं, हक़ जताने का तुम्हें बड़ा शौक था लेकिन, तुमने कभी मेरे हालात को समझा ही…
Read morePic credit: unsplash. ये कैसा दौर है कि तुम पास भी नहीं और मुझमें साँस भी नहीं तुम्हारी गैरमौजूदगी में तड़प ने अपनी घुटन की ज़ंजीर से मुझे कैद करके रखा…
Read moreशुक्रिया किसका करूँ पहले छोड़कर जाने वाले का या बाद में साथ निभाने वाले का सबक तो दोनों ने दिए मुझे ज़िन्दगी में छोड़कर जाना उसका फैसला था फिर साथ निभान…
Read moreना ग़म से परेशान हूँ, ना ही मोहब्बत की दरकार है, कोई मेरे साथ रहता भी तो कैसे, मेरी तो ज़िन्दगी ही मझधार है। Na gham se pareshan hoon, Na hi mohabbat k…
Read morePic credit: pida bat. ख्वाब देखने की बात क्या करते हो, मैं तो नींद का भी हक़दार ना रहा, हमें तो अब भी उससे मोहब्बत है, बस उसकी तरफ से ही प्यार ना रहा।…
Read morePic credit: pixabay वस्ल खत्म हुआ अब हिज़्र का दौर आना है, ज़ख्म नया लेकिन दर्द वही पुराना है, मैं मरहम की तलाश में फिर से भटकूँगा, नहीं मिला तो इसी दर…
Read moreभले ही हो जाये विलम्ब तुम आना तो सज धज कर आना, प्रेम का मार्ग तो प्रशस्त हो ही चुका है। अपने संग अपनी चूड़ी की खनक भी लाना बिंदिया की चमक भी और पाय…
Read morePic credit: pixabay जिसके प्रेम से मैं आच्छादित हुआ, जिसका प्रेम पूर्णतः मर्यादित था, उसी के प्रार्थना का परिणाम हो तुम, मेरे प्रेम का पूर्ण विराम ह…
Read morePic credit: pixabay तेरे इश्क़ की कहानी का पहला किरदार हूँ मैं, तेरी कश्ती को पार लगाऊँगा ऐसा पतवार हूँ मैं, मुझे समझने में तुम कोई जल्दीबाजी ना करना,…
Read moreये जो मेरा दुख है वो सिर्फ़ तेरा हमसाया है, और इन्हीं के साथ मैंने अपना वक़्त बिताया है, मुमकिन ही नहीं तुझे अपने दिल से निकाल देना, लाखों चेहरे देखे प…
Read moreवो शाम उलझी हुई थी ये रात बिखरी पड़ी है मैं सुबह को समेटूँगा कैसे सूरज रूका पड़ा है उलाहने देता वो समंदर कभी ना रुकती वो नदी बस मैं ही ठहरा हूँ हिमालय …
Read moreउसकी आहट से तो अब डर लगता है, उसका इल्ज़ाम भी ग़ज़ल का बहर लगता है, तन्हाई ने मोहब्बत की बस्ती यूँ उजाड़ दी, वीरान जंगल भी मुझको मेरा घर लगता है। Uski aa…
Read moreएक उम्र लग जाती है किसी को अपना बनाने में, कोई पल भर में ही दिल चुरा ले जाता है, तुम यूँ कशमकश में क्यों उलझे हुए हो, ज़िंदगी के सबक तो आदमी खुद ही …
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