Latest

6/recent/ticker-posts

Woh Moti Tootkar Bikhar Gaya | वो मोती टूटकर बिखर गया।

Wo Moti Tootkar Bikhar Gaya | वो मोती टूटकर बिखर गया।
Pic credit : Pixabay


        Woh Moti Tootkar Bikhar Gaya | वो मोती टूटकर बिखर गया।



कहानी लिख रहा था, किरदार मेरा डर गया,
सामने तूफ़ान था, वो पिछले रास्ते से घर गया,
तुम्हारे प्रेम को मोती समझकर समेटता रहा,
पर हर बार वो मोती टूटकर बिखर गया।

उम्र भर साथ देना था,
दो बरस में ही चले गए।
तेरे जाने के बाद ऐसा हुआ,
सपने मेरे टूटकर बिखर गए।

Kahani likh raha tha, kirdaar mera darr gaya,
Saamne toofan tha, wo pichhle raste se ghar gaya,
Tumhare prem ko moti samjhkar sametta raha,
Par har baar woh moti tootkar bikhar gaya.

Umar bhar saath dena tha,
Do baras mein hi chale gaye,
Tere jane ke baad aisa hua,
Sapne mere tootkar bikhar gaye.

©नीतिश तिवारी।



 

Post a Comment

14 Comments

  1. सादर नमस्कार,
    आपकी प्रविष्टि् की चर्चा रविवार ( 16-05-2021) को
    "हम बसे हैं पहाड़ों के परिवार में"(चर्चा अंक-4067)
    पर होगी। चर्चा में आप सादर आमंत्रित है.धन्यवाद

    "मीना भारद्वाज"

    ReplyDelete
    Replies
    1. मेरी रचना शामिल करने के लिए शुक्रिया।

      Delete
  2. उम्र भर साथ देना था,
    दो बरस में ही चले गए।
    तेरे जाने के बाद ऐसा हुआ,
    सपने मेरे टूटकर बिखर गए।---ओह बहुत गहरी पंक्तियां।

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत बहुत धन्यवाद।

      Delete
  3. सुंदर प्रस्तुति

    ReplyDelete
    Replies
    1. बहुत बहुत धन्यवाद।

      Delete
  4. चार पंक्तियों में अथाह दर्द।
    अप्रतिम।

    ReplyDelete

पोस्ट कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएँ और शेयर करें।