Mohabbat Ho gayi hai tumse
सुनो ना,
मोहब्बत हो गई
है तुमसे,
क्या करूँ मैं अब,
तुम्हें हासिल कर लूँ,
या सिर्फ खयालों में ,
रहने दूँ।
अच्छा, एक बात बताओ,
खयालों में रहकर परेशान,
तो नहीं करोगी ना।
अपनी कातिल अदाओं से,
मेरी जान तो नहीं लोगी ना।
छोड़ो, रहने दो,
तुम्हें हासिल ही,
कर लेता हूँ।
नहीं तो लोग मुझे,
एक नाक़ाम
आशिक़ कहेंगे।
सुनों ना,
मोहब्बत हो गई
है तुमसे।
©नीतिश तिवारी।
2 Comments
हांसिल करह इतना आसान कहाँ ... मुहब्बत की एडियाँ रगडनी होती हैं ...
ReplyDeleteअच्छा ख्याल है ...
बिल्कुल सही कहा आपने। धन्यवाद।
Deleteपोस्ट कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएँ और शेयर करें।