मुझे आशिकी की लत् तो नहीं थी। बस खो गए थे तेरी निगाहों में।। वो सफर भी कितना हसीन था। जब सो गए थे हम तेरी बाहों में।। वक़्त गुज…
Read moreदस्तक जो हुई उसकी मेरे दर पर यूँ अचानक से, धड़कन बढ़ने लगी मेरी उसकी आँखों की शरारत से, मोहब्बत की ऐसी लागी है लगन की मचल उठ…
Read moreअपनी हसरतों पर लगाम लगाने हमें नहीं आता, उसकी मोहब्बतों का कलाम सुनाने हमें नहीं आता। कश्ती अगर साथ छोड़ दे जिसका बीच भँवर मे…
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