अगर तुम ना होती तो...
ये गुलाब ना होता,ये शबाब ना होता.
ये झरने ना होते, ये भँवरे ना होते,
ये नदियाँ ना होती, ये वादियाँ ना होती,
अगर तुम ना होती तो...
ये उलझन ना होता, ये तड़पन ना होता.
ये खुमारी ना होती, ये बेकरारी ना होती,
ये दीवानगी ना होती,ये मस्तानगी ना होती,
अगर तुम ना होती तो...
ये मोहब्बत ना होती, ये इबादत ना होती.
ये साँसे ना होती,ये धड़कन ना होती,
ये मिलन ना होता,ये बिछड़न ना होता,
अगर तुम ना होती तो...
तो मैं ना होता,मेरा वज़ूद ना होता.
नीतीश तिवारी
11 Comments
बहुत सुन्दर .
ReplyDeleteनई पोस्ट : तेरी आँखें
bahut bahut dhanywaad sir
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteबहुत ख़ूबसूरत अहसास
ReplyDeleteधन्यवाद संजय जी
DeleteIt's lovely!
ReplyDeleteवाह
ReplyDeleteदमदार
aapka shukriya
Deletevery nice.. beautiful! :)
ReplyDeletethank you so much kitty.
Deleteबहुत बढ़िया....बेहतरीन प्रस्तुति के लिए आपको बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteमुकेश की याद में@चन्दन-सा बदन
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