IG- Swathishta_Krishnan |
ले आना अपने ख्वाबों
का ज़खीरा
और बिठा देना उसे
शाही सल्तनत के तख़्त पर
जिसमें क़ाबिलियत होगी
तुम्हारे ख़्वाबों को
मुक़म्मल करने की।
रोज उठना सुबह
अपने सुल्तान की
फ़रमाइश पर गज़लें कहना
और वो अट्टाहास के साथ
वाह वाह कहेगा।
और तुम समझ लेना
कि हर एक वाह पर
तुम्हारे ख़्वाब पूरे
हो रहे हैं।
तुम्हारे ख़्वाबों का
बस यही एक अंज़ाम होगा
सुल्तान के दरबार में
बस तुम्हारा नाम होगा।
©नीतिश तिवारी।
8 Comments
और तुम समझ लेना
ReplyDeleteकि हर एक वाह पर
तुम्हारे ख़्वाब पूरे
हो रहे हैं।
तुम्हारे ख़्वाबों का
बस यही एक अंज़ाम होगा
सुल्तान के दरबार में
बस तुम्हारा नाम होगा।---बहुत खूब नितीश जी...शानदार रचना है। खूब बधाई
बहुत बहुत धन्यवाद!
Deleteसुन्दर सृजन ।
ReplyDeleteआपका शुक्रिया।
Deleteवाह♥️
ReplyDeleteआपका धन्यवाद।
Deleteबहुत सुंदर रचना....
ReplyDeleteआपका धन्यवाद।
Deleteपोस्ट कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएँ और शेयर करें।