Kiss Day Love Poem
Image courtesy- Google
चूम लूँ तेरे होठों को या,
फिर से प्यासा रह जाऊँ,
दिल मेरा ये कह रहा है,
आके गले मैं तुझे लगाऊँ।
दो जिस्मों का मिलन है तो,
बेचैनी तो बढ़ेगी ही अब,
पर दो रूहों के मिलन से तो,
ये प्रेम परिपूर्ण होता है।
©नीतिश तिवारी।
Mast ek dam
ReplyDeleteधन्यवाद।
Deleteआपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल गुरुवार (14-02-2019) को "प्रेमदिवस का खेल" (चर्चा अंक-3247) पर भी होगी।
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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पाश्चात्य प्रणय दिवस की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
मेरी रचना शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
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