Pic credit: freepik वो अपने इश्क़ को एहसान कह रहा है, वो मेरे रक़ीब को अपनी जान कह रहा है, उसकी सादगी ही मेरी कमजोरी बन गयी, देखो अपने हुस्न पर कितना ग…
Read morePic credit: pixabay मुनाफ़े की नियत से मोहब्बत नहीं होता, ये तो घाटे की तिजारत है संभल कर करना, एहसासों का सौदा हुआ तो अब ग़म कैसा, उसकी याद में जीना…
Read morePic credit: pexels मेरे इश्क़ में इतनी तबाही हुई, लिखने बैठा तो कलम की स्याही गई, मुक़दमा जीतने का मलाल रह गया, उस बेवफ़ा की कभी ना गवाही हुई। Mere ishq…
Read morePic credit: freepik उसी जगह मेरी हस्ती का दायरा सिमट गया, जहाँ उसने मेरी कागज़ के नाव को पलट दिया, बेवफ़ाई की चाशनी से प्यार का स्वाद बिगड़ गया, मेरी …
Read morePic credit: pixabay सबके इरादे जानता था मैं, हर एक मुखौटा पहचानता था मैं, मुझसे बस यही एक भूल हो गई, कि सबको अपना मानता था मैं। Sabke irade janta …
Read morePic credit: unsplash तुम्हारा अस्तित्व इस संसार में कुछ भी नहीं है। सब मिथ्या है। तुम किस सत्य के लिये अपने आप को विचलित कर रहे हो। इस नश्वर संसार मे…
Read moreफिर उस राह पर चल पड़ा, मंज़िल को चुनौती देते हुए, कि मैं जल्द ही तेरे पास आऊँगा, अभी राह के काँटों को हटाना है। मेरे सपने तो पूरे होंगे ही, तेरा भी जय …
Read moreफिर मैंने अपनी धडकनों को रुकने के लिए कहा। वो इसलिए कि उसके कदमों की आहट धीमी पड़ती जा रही थी। उसके साँसों की खुशबू ने महकना बंद कर दिया था। पायल की…
Read moreकौन जानता है सच और झूठ के बीच का फासला, किसने गढ़े हैं इन दीवारों पर एक विरहन की व्यथा। कौन मेरे अरमानो की अर्थी को कंधा दे गया, किसने मेरे दुख …
Read moreImage credit: pexels मिला है मुझे मोहब्बत में सिर्फ़ धोखा, इसलिए मैंने तुझे इश्क़ करने से रोका, मुझे तेरी खुशी से कोई जलन नहीं है दोस्त, नहीं चाहता कि …
Read morePic credit: unsplash कमरे की दीवारें ये छत, लाल पर्दा सब मुझे घूरते हैं सब जानने की कोशिश में लगे हैं कि ये अकेला तन्हा होकर भी उनके साथ क्यों …
Read morePic credit: unsplash आज के लिए बस यही, मेरी तुकबंदी वाली शायरी 😊 खूबसूरत लम्हों के आने का इंतजार तेरी हँसी और ये पुरवईया बयार मेरी बढ़ती हुई साँसों …
Read moreगँवा तो दी तुमने मेरी बेशकीमती मोहब्बत, फिर ना कहना कि हमें आशिक़ी नहीं आती। बिना ख़्वाहिश के जो मिलती है दौलत, बेवफाओं के हिस्से वो कभी नहीं आती। बहते…
Read moreशर्त ये कि तुम बेवफा हो जाना, ख़्वाहिश ये कि मैं बदनाम शायर कहलाऊँ। बरसों तक तुम लौट कर ना आना, तेरी गुमशुदगी का मुक़दमा दर्ज करवाऊँ। आरजू मेरी कि तन…
Read moreलेखन से प्रेम और हासिल कुछ भी नहीं! क्या यही मेरा भाग्य है? 2023 का चौथा महीना भी खत्म हो गया। सच ही कहा गया है कि समय किसी के लिए नहीं रुकता। लेक…
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