Pic credit : pinterest One Shayari for father | एक शायरी पिता के लिए। रोटी के जद्दोजहद में वो कितना मशगूल था, अपने ईमान से समझौता…
Read morePic credit : Twitter. रूठे तुमसे मगर हम मुस्कुराते रहे, ज़ख्म पर अपने मरहम लगाते रहे, दर्द में भी कैसे जीना चाहिए, ये बात लोगों …
Read morePic credit : Twitter. तेरी झुकी नज़र इश्तिहार-ए-इश्क़ की दावत लगती है, जरा मुझे तो देखो, मोहब्बत में इंकलाब आ जाएगा। Teri jhuki n…
Read morePic credit : Google. Two line shayari होश में रहने की हिदायत मुझे देते हो, और ज़ुल्फ़ खोलकर कयामत तुम करते हो। Hosh mein rahne k…
Read more
Connect With Me