आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज मंगलवार (05-02-2019) को "अढ़सठ बसन्त" (चर्चा अंक-3238) पर भी होगी। -- चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है। जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये। -- हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। सादर...! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
14 Comments
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज मंगलवार (05-02-2019) को "अढ़सठ बसन्त" (चर्चा अंक-3238)
ReplyDeleteपर भी होगी।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद।
Deleteक्या बात ...
ReplyDeleteहम ही होंगे हर जगह ... शानदार ...
बहुत बहुत धन्यवाद सर।
Deleteबहुत खूबसूरत...., लाजवाब सृजनात्मकता ।
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद।
Deleteबहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteआपका शुक्रिया।
Delete...लाजवाब पंक्तिया
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद।
Deleteतेरे रूप की रौशनी से मेरे ख्वाब कामिल होंगे....
ReplyDeleteबेहतरीन शायरी, उम्दा लेखन। हार्दिक शुभकामनाएं आदरणीय नितीश जी।
आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
DeleteAati sundar
ReplyDeleteआपका धन्यवाद।
Deleteपोस्ट कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएँ और शेयर करें।