इस दर्द-ए-इश्क में तन्हाई का आलम तो देखिए, आजकल चेरापूंजी में भी रेगिस्तान नज़र आता है. उसकी खामोशी ने इज़हार ना करने दिया, और हम समझ बैठे की वो किसी और की है. आपका नीतीश