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शायरी....फ़ुर्सत में..









              
  
मैं तो सम्भ्ल जाऊँगा, तेरी बेवफ़ाई के बाद,
           
  
पर हैरान हूँ ,तेरा क्या होगा मुझसे जुदाई 

के बाद.



मेरी आँखों से मेरे ख्वाब चुराने वाले,

अब आ भी जाओ मुझे सताने वाले,

   
इनकार की बात नही, हम तो इकरार कर लेंगे,
अब आ भी जाओ मुझे तड़पाने वाले।

                
             
तुझे ख्वाबों मे ढूँढने की आदत थी ऐसी,

कि आज तक हम नींद से जाग ना पाए.



                नीतीश.

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