रमेश वैसे तो काम करने में मेहनती आदमी था। लेकिन कुछ समय से बॉस उसके काम में रोज़ गलतियाँ निकाल रहा था। आखिरकार वो दिन भी आ…
Read moreतेरी डूबती कश्ती का पतवार बन जाऊँगा, तेरी मोहब्बत का कर्जदार भी बन जाऊँगा, आज जी भर के मुझे प्यार कर लो, नहीं तो कल सुबह क…
Read moreज़ख्मों को सीने का तरीका सीख रहा हूँ, अपनों से मिलने का सलीका सीख रहा हूँ। मोहब्बत और दर्द को तो साथ रहने की फितरत है, इन्ह…
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