तुझसे मिलने को जी भर के तैयारी कर ली हमने, तुझसे इश्क़ करने की बीमारी कर ली हमने, ये जानता था की कभी ना चुका पाउँगा तेरा कर्ज, फिर भ…
Read moreयाद आती है मुझे बचपन की वो होली, लोगों से भरी हुई वो गली, और सबके हाथों में गुलाल की थैली। याद आती है मुझे बचपन की वो होली, वो पि…
Read moreमैं आफताब बनके उसको रौशन करता रहा, वो महताब बनके मुझमें पिघलती रही। मेरे अल्फ़ाज़ उसकी तारीफ़ में ग़ज़ल बन गए, उसके जज़्बात ना जाने कब मुझमें…
Read moreपुरुष प्रधान समाज में, नारी की ये परीक्षा है। मुश्किल से मिलता हक़ इनको, ये नारी की दुखद व्यथा है। जब सीता ज…
Read moreतेरा सज़दा करूँ और तू मिल जाए , खुदा ऐसी तकदीर हर किसी को दे। अंधेरे की कीमत,उजाले की तस्वीर, वाह रे खुदा,गजब की बनाई है तुमने तक…
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