जुल्फों के नज़ारे बहुत हैं. Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps March 21, 2015 आसमाँ में तारे बहुत हैं, मेरे लिए सहारे बहुत हैं. तुझे क्या खबर ओ ज़ालिम, तेरी जुल्फों के नज़ारे बहुत हैं. © नीतीश तिवारी Read more
बैठा है एक पहरेदार. Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps March 15, 2015 अब और नहीं कर सकता मैं इंतज़ार , क्यूंकि मुझे हो गया है तुझसे प्यार, तुम भी आ जाओ कर लो इकरार , नहीं तो फिर से आ जायेगा वो इतवार। दुनिया मुझे कहती है मोहब्बत में बीमार, क्यूंकि साथ मिला है तेरा मुझे बेशुमार , तेरे दरवाज़े पे बैठा है एक पहरेदार, हम कैसे जा पाएंगे छोड़कर घर-बार। © नीतीश तिवारी Read more
हालात Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps March 10, 2015 पत्ते बिखर गये हैं, आओ इनको समेट लें, हुनर निखर गये हैं, आओ इनको सहेज लें. रिश्ते बिगड़ गये हैं, आओं इनको बना लें. अपने बिछड़ गये हैं, आओ इनको मना लें. © नीतीश तिवारी Read more
होली की हार्दिक शुभकामनाएँ। Happy Holi. Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps March 05, 2015 खुशियों की बहार है, रंगों की बौछार है, फिर से आया , होली का त्योहार है. नये नये पकवान हैं, आए घर मेहमान हैं, मिलकर खुशियाँ बाँट रहे, पूरा सब इंतज़ाम है. © नीतीश तिवारी । Read more